Need your opinion guys! plz comment
म्रृत्यु के बाद व्यक्ति की छोटी छोटी गलतियों को माफ कर देना चाहिए। लेकिन अगर बडी गलती हो तो? पूरे समाज को नुकसान करने वाली गलती हो तो?
अटलजी आजादी की लड़ाई में गांधीजी या क्रांतिकारियों के साथ नहीं थे। तो फिर किसके साथ थे? ढूंढ निकालो।
भाजपा की स्थापना अटलजी ने की थी। मोदीजी और अमित शाह के गुरु थे वो।
बाबरी विध्वंस के जिम्मेदार कौन? अटलजी ने बाबरी विध्वंस के अगले दिन लखनऊ में भड़काऊ भाषण किया था।
उसके बाद देश में भाईचारा खत्म हो गया और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू हुई। यही तो चाहते थे भाजपा के नेतागण। इस में अटलजी भी थे।
भाजपा को 2 सीट से सत्ता तक पहुंचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
2002 के दंगों के बाद उन्होंने गुजरात सीएम को राजधर्म निभाने की नसीहत दी थी। उनकी यह नसीहत तो ऐसी थी जैसी मोतीजी गौभक्तों को देते हैं। क्या अटलजी ने राजधर्म निभाया था?
गुजरात तीन महीने तक दंगे की झपट में रहा। 3000 से ज्यादा निर्दोष लोग मारे गये और प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए अटलजी ने क्या किया? सिर्फ नसीहत दी।
आज देश के यह हालत के लिए अटलजी पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। क्योंकि वे ना होते तो भारत के लोग कभी भाजपा जैसी पार्टी पर विश्वास ही नहीं करते। वे ना होते तो आज ये सरकार सत्ता में ना होती।
हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि अटलजी भाजपा के नेता थे। संघ से जुड़े हुए थे और हिन्दु राष्ट्र की स्थापना उनका मकसद था।