Beautiful thought
जो लोग अपनी पीढ़ियों से दूर हैं वह पीड़ित ही रहेंगे चाहे अगली पीढ़ी हो या पिछली अगर दूरी है तो मजबूरी है हर सहयोग के लिए मूल्य मुद्रा में चुकाना ही होगा प्रतिफल में सिर्फ भावना और कामना शुन्य सहयोग मिलेगा वो सौदे के तौर पर कीमत अदा करने पर।