Beautiful thought
अनुभव एकमात्र ऐसी दौलत है जो स्वयं कमाई जाती है इसका न कोई अविष्कार कर सकता है न प्रत्यारोपण बस पीढ़ी दर पीढ़ी एक से दूसरे को जमा पूंजी के रूप में यह निवेश मिलता चला जाता है और चक्रवर्ती ब्याज की तरह बढ़त बनाता है इन्हीं अनुभव से ही यह दुनिया तरक्की कर रही है जो पीढ़ीयों को दरकिनार कर दौड़ भाग में शामिल हैं वह अनुभवों से वंचित रह जाते हैं।