जैन मुनि तरुण सागर के 7 विवादास्पद बयान, जिनके कारण उनकी मोंत के बाद भी वो उनका पिचा नही छोड़ रहे है
एक: लव जिहाद मुसलमानों की साजिश है। झूठे प्यार के नाम पर हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाया जा रहा है।
अगर लव जिहाद को नहीं रोका गया तो कुछ दिनों में भारत दूसरा पाकिस्तान बन जाएगा।
दो: मुस्लिमों की बढ़ती आबादी देश के लिए खतरा है। साथ ही वो मुस्लिम भी देश के लिए खतरा हैं, जो ये कहते हैं कि भारत तेरे टुकड़े होंगे और
भारत की हार पर जश्न मनाते हैं।
तीन: जातिगत आरक्षण नहीं होना चाहिए। यह देशहित में नहीं है और योग्यता तथा पात्रता के आधार पर ही आरक्षण होना चाहिए, तभी देश का भला होगा।
पूरे देश में आरक्षण को लेकर आंदोलन हो रहे हैं, यह अच्छी परंपरा नहीं है।
चौथा: हर पत्नी का धर्म होता है कि वो पति के अनुशासन को स्वीकार करे। ठीक ऐसा ही राजनीति और धर्म के बीच होना चाहिए,
क्योंकि बिना अंकुश के हर कोई बेलगाम हाथी की तरह होता है।
पांचवां: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राजनीति का भगवाकरण नहीं किया है। उन्होंने भगवाकरण नहीं बल्कि शुद्धिकरण किया है।
छठा: अब पैदा होने वाली औलाद माँ के आंचल का सुख नहीं पा पाएगी क्योंकि जीन्स वाली मम्मी आंचल कहां से लाएगी।
सातवां: महिलाओं में चार आदतें होती हैं। झगडऩा, झगड़े में हार जाएं तो रोना। रोते-रोते थक जाएं तो सोना, सोकर उठना
और पति से कहना-मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहना।
Well he said nothing wrong ,in my point of view .
पर लोगो को तो सिर्फ मौका चाहिये किसी की बुराई करने का
मरने के बाद तो किसी भी व्यक्ति के बारे में लोग अच्छा ही बोलते है पर
जैन मुनि के बारे में ऐसी बाते करना उनकी मौत के समय उचित नही है