गृहस्थी अध्यात्म की राह में .....

in LAKSHMI2 years ago

image.png

गृहस्थी अध्यात्म की राह में
बिल्कुल भी बाधा नहीं है।

आप गृहस्थ जीवन में भी
पूरी तरीके से आध्यात्मिक हो सकते हैं।

कब नहीं हो सकते?

यदि आपका चौका ही
आपका मंदिर बन गया,

अगर चुन्नू-मुन्नू ही
राम-लखन बन गए
और अगर पतिदेव ही
परमेश्वर बन गए,

तो भूल जाइए आध्यात्म को,
तब नहीं हो सकता।