Why `eating` Meat is `strictly` prohibited in `Hinduism`

in #krishna8 years ago

क्यों हिंदू धर्म में मांस खाना सख्ती से निषिद्ध है|


[IMG: Rig Veda]

हिन्दू धर्म में मॉस खाना एक बहुत बड़ा पाप है, क्यूंकि जब कोई भी मनुष्य मॉस खाता है, तब कुछ बाते आती है, जिन्हें समझना बहुत जरुरी है|
In Hinduism, it is a great sin to eat meat, because when a Human eats meat, then there are few things, which is very important to understand.

हे मनुष्य तू क्या सोचता है कि तेरे और उस दुसरे प्राणी के शरीर का मॉस अलग है, तू क्या सोचता है कि क्या ये सब कुछ मैंने सिर्फ तेरे लिए बनाया है, और क्या तू ये सोचता है कि ये दुसरे प्राणी सिर्फ खाने योग्य है |
O Human, What do you think, that your's and the other Creature's body Meat is different, What do you thinks that all these things I made are just for you, (No) and you thinks that these creature are the only edible.

हे मनुष्य, तू ये जान ले कि जिस तरह मैंने तुझे, तेरी जिंदगी में एक लक्ष्य दिया है, ठीक उसी तरह उस दुसरे प्राणी को भी दिया है |
O Human, You should know that These Creature has some goal in life, just like a gave you,

जो आत्मा तुझमे है, वही उस दुसरे प्राणी में भी है, तूने उसकी हत्या करके, उस प्राणी के जीवन में दुःख तो दिया ही है, साथ ही साथ उसके जीवन के लक्ष्य को नष्ट भी कर दिया, तूने जीव हत्या की है, और अब कर्म-के-विधान के अनुसार तू सजा का पात्र है, तुझे भी पता होना चाहिए कि कैसा लगता है जब कोई तुम्हारे शरीर को खाता है |
Your body has Soul, So does other Creatures too, By killing this Creature, You gave great sorrow to my this creature, as well as You have destroyed his life Goal. Now You must be punished by Karma-Ka-Vidhan, You must know, How it feels, When someone eats your body Meat or I can make you eat meat of your own Body.

हाँ, मैंने ही तुझे बुद्धि और विवेक के साथ-साथ दुसरे प्राणियों पर दया, प्रेम और सम्मान की प्रेरणा दी है, जब स्वयं को तू मनुष्य बताता है, तब उस तरह आचरण क्यूँ नहीं करता |
Yes, I give you Wisdom and Compassion as well as Mercy, Love and Respect for other Creatures, Then Why don't you act or behave like a Human.

[Source: Vishnu Puran]


[IMG: VishnuPuran Veda]

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https://www.hinduismtoday.com/modules/smartsection/item.php?itemid=1043
http://www.thespiritualscientist.com/2012/01/do-the-vedic-literature-allow-meat-eating-did-hinduism-adopt-vegetarianism-from-buddhism/