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RE: मानवता संरक्षण का अस्त्र : अहिंसा (भाग # ३ ) | The War of Humanitarian Conservation : Non-violence (Part # 3)
आज के युग मेअहिंसा सिर्फ किताबों मे रह गयी है।अहिंसा वाले आदमी को सब कमजोर मानते है।
आज के युग मेअहिंसा सिर्फ किताबों मे रह गयी है।अहिंसा वाले आदमी को सब कमजोर मानते है।