My first ghazal (Long poetry)
मेरा दिल लिए जा रहे हो, बोलो संभाल पाओगे,
जिस दिन मेरी सांस टूटी, उस दिन तो मिलने आओगे |
ऐसे न रोंदो वोह दिल है दिल, ज़माना भी दुहाई देगा
क़यामत के दिन ये दिल ही तेरे लिए गवाही देगा |
जितनी भी तुम कोशिश कर लो, हमें नहीं भुला पाओगे,
जब भी ढूंढोगे तो दिल ही नहीं, हमें भी अपने पास पाओगे |
दुनिया की हर ख़ुशी मिले, यह दुआ दूँगा,
एक अश्क भी गिरा तेरा तो रब से भी बैर लूँगा |
तुम साथ न हो हर लम्हा यही एक गम होगा,
हम दुआ करेंगे यह जमाना तुम पर न इस तरह बेरहम होगा ||
--- लम्हा (Lamha)