इस शख्स की वजह से ही श्रीदेवी का शव पहुँच सका भारत, अगर नहीं की होती मदद तो…
रविवार सुबह बॉलीवुड जगत से आई एक दुखद खबर ने पुरे देश को झकझोर दिया. जैसे ही लोगों को खबर मिली कि बालीवुड की मशहूर अदाकारा श्री देवी अब हमारे बिच नहीं रही तो मानो पूरा बालीवुड ही नहीं पूरा देश भी सदमे में आ गया
दुबई में हुई श्री देवी की मौत से देश कर रहा था उनके पार्थिव शरीर का इन्तेजार
इस दुखद खबर ने बालीवुड में शोक की लहर दौड़ा दी. श्रीदेवी ने बालीवुड को न जाने कितनी सारी सुपरहित फिल्मे देकर करोड़ों लोगो को अपना दीवाना बनाया था. जानकारी के लिए बता दें कि बालीवुड की इस दिग्गज अदाकारा का देर रात शनिवार को दुबई में अपने भतीजे की शादी समारोह में निधन हो गया. जिसके बाद से ही देश उनके पार्थिव शरीर के इन्तेजार में था.
पार्थिव शरीर को भारत लाने में लग रहा था वक्त
चुकी श्री देवी की मौत UAE में हुई इसलिए तमाम कानूनी कार्यवाही के चलते उनका शव भारत लाने में करीब 4 दिनों का व्यक्त लग गया था.
देश के तमाम कैमरे की चकाचौंध और भारत में अपने लाखों प्रशंसकों की नजरों से दूर बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी का पार्थिव शरीर जिस वक्त संयुक्त अरब अमीरात के एक साधारण से मोर्चरी (शवगृह) में रखा हुआ था तब खबर है कि सिर्फ एक ही मुस्लिम शख्स ने श्रीदेवी के शव को वापस उनके देश भारत भेजने में कपूर परिवार की बहुत मदद की.
इस मुस्लिम शख्स ने श्रीदेवी का शव भारत पहुँचाने में की कपूर परिवार की मदद
सूत्रों के अनुसार ये ख़ास व्यक्ति अशरफ नाम का एक मुस्लिम शख्स था. जो असल में लोगों को दुबई में होने वाली कानूनी कागजी कारवाई में मदद करने का काम करता है. दुबई में रहने वाले अशरफ शेरी थामारासरी यूँ तो केरल के रहने वाले हैं जिनका काम जो अमीरात में मरने वाले लोगों को स्वदेश भेजने का है.
अबतक करीब 4,700 शवों को भेज चुके हैं स्वदेश
करीब 44 वर्षीय अशरफ थामारासरी की माने तो उसने अभी तक कर्ज के तले डूबे मजदूरों से लेकर अमीरों तक के लगभग 4,700 शवों को विश्व के 38 अलग-अलग देशों तक भेजने में सहायता की है.
ऐसा करने के पीछे वो उन लोगों के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हैं जिन्हें अपने घर, अपने देश को छोड़कर इस रेगिस्तानी देश में रहना पड़ता है.
श्रीदेवी के शव के अलावा 5 अन्य लोगों के शवों को भी दुबई से भेजा उनके देश
खबर ये भी है कि मंगलवार रात श्रीदेवी के शव के अलावा अशरफ ने 5 अन्य लोगों के शवों को भी उनके देश वापस भेजने में उनके परिवार की सहायता की थी. इसी के चलते अशरफ ने सरकारी मोर्चरी में जाकर वहां के अधिकारियों को श्री देवी के जरुरी दस्तावेज सौंपे थर जिसके बाद ही श्रीदेवी के शव को भारत लाने की इजाज़त दी गई थी.
हर शव के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हैं अशरफ
जब इस अहम काम को करने के लिए एक मीडिया ने अशरफ से पुचा तो उन्होंने कहा कि..
“चाहे दुबई हो, शारजांह या फिर कोई भी अरब देश…गरीब हो या अमीर, उनके लिए सभी समान हैं.”