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RE: जैन दर्शन : परमात्मपद-प्राप्ति की सामग्री - भाग # १

in #life6 years ago

सुविचार मेहता जी,

मन से सदैव प्रभु का विचार करते रहो तो अन्य विचारों के लिए जगह ही नहीं बचेगी ।

धन्यवाद।

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हाँ , सही कहा आपने. यदि हम सदैव प्रभु का स्मरण करते रहे तो अन्य विचारों / कामों के लिए जगह ही नहीं रहेगी.