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RE: समाज-सेवा : प्रभु-सेवा (भाग # १) | Community Service : God Service (Part # 1)
जो सुख और आनंद हमे दुसरो की सेवा और समाज की सेवा से मिलता है शायद वो और कही नहीं मिलता.
जो सुख और आनंद हमे दुसरो की सेवा और समाज की सेवा से मिलता है शायद वो और कही नहीं मिलता.