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RE: जैन दर्शन : परमात्मपद-प्राप्ति की सामग्री - भाग # १
आत्मा का ना आदि है न अन्त है. हमें सारी बातो को भूलकर सिर्फ परमात्मा में मन लगाना पड़ेगा, तभी सच्चे सुख की प्राप्ति होगी.
आपके comment के लिए धन्यवाद.
bhai english mein bi write karo , ????